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श्री भीडभञ्जन महादेवो विजयतेतराम् श्रीमत्स्वामी विश्वात्मान्द गिरि

मन्दिर

आश्रम में एक शिव मन्दिर है जिसमें कि आश्रम के मुख्य अधिष्ठातृ देव नमर्देश्वर श्री भीडभञ्जन महादेव के साथ शिव परिवार (गौरी, गणेश, कार्तिकेय, नन्दी) तथा हनुमान जी की भी स्थापना की गयी है। मन्दिर में महादेव के समक्ष गत अक्षय तृतीया 27 अप्रैल 2009 से शुद्ध घी की अखण्ड ज्योत् प्रज्वलित है।

मन्दिर में नित्य प्रातः 4 से 5.30 बजे तक पूजा तथा शिव महापुराण का पाठ होता है जिसमें आश्रम में निवास करने वाले सभी भक्तगण उपस्थित रहते है।

प्रत्येक प्रदोष को रुद्राभिषेक का आयोजन किया जाता है तथा विशेष पर्व जैसे महाशिवरात्रि एवं अक्षय तृतीया (आश्रम स्थापना दिवस) को अखण्ड (24 घण्टे) महारुद्राभिषेक का आयोजन किया जाता है।

भीड मतलब दुःख या परेशानी और इसका भञ्जन करने (तोड़ने) वाले भगवान भीडभञ्जन महादेव है, इनकी पूजा का साक्षात् फल है।


अखण्ड महारूद्राभिषेक जलाभिषेक एवं पूजा

11  पण्डितों का 2 दल अहोरात्र पाठ करते हुये


अखण्ड महारूद्राभिषेक की समाप्ति के बाद यज्ञ द्वारा शुभ कार्य की पूर्णाहुति